• May 10, 2025 8:49 am

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पैसे के बारे में स्कूल में क्यों नहीं सिखाया जाता?

पैसे के बारे में स्कूल में क्यों नहीं सिखाया जाता?

हम बचपन से स्कूल में गणित, विज्ञान, इतिहास और अन्य विषयों की पढ़ाई करते हैं, लेकिन पैसे का सही प्रबंधन कैसे करें? इस पर कोई औपचारिक शिक्षा नहीं मिलती। आखिर क्यों? यही सवाल हर किसी के मन में आता है। पैसे कमाना, बचत करना, निवेश करना और खर्च को सही तरीके से मैनेज करना एक जरूरी स्किल है, लेकिन इसे स्कूल की किताबों में जगह नहीं मिलती।

आइए जानते हैं कि स्कूलों में पैसे के बारे में क्यों नहीं सिखाया जाता, इसका क्या असर होता है, और हमें इसे खुद कैसे सीखना चाहिए।

स्कूल में पैसे के बारे में क्यों नहीं सिखाया जाता?

1. परंपरागत शिक्षा प्रणाली का ढांचा

स्कूल की शिक्षा प्रणाली पारंपरिक रूप से एक संरचित पाठ्यक्रम पर आधारित है, जो मुख्य रूप से एक निश्चित नौकरी के लिए तैयार करता है। यहां छात्रों को एक अच्छे कर्मचारी के रूप में तैयार किया जाता है, न कि एक फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट व्यक्ति के रूप में।

2. पुराने पाठ्यक्रम में बदलाव की कमी

शिक्षा प्रणाली दशकों पुरानी है और इसे बदलने में समय लगता है। वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy) को एक जरूरी विषय के रूप में शामिल करने की मांग लगातार बढ़ रही है, लेकिन अभी तक इसे अनिवार्य नहीं बनाया गया है।

3. अर्थव्यवस्था को बनाए रखने की रणनीति?

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सभी लोग पैसे के सही प्रबंधन और निवेश के बारे में जान जाएंगे, तो बड़ी कंपनियों और बैंकों का फायदा कम हो सकता है। इसलिए, वित्तीय ज्ञान को आम लोगों से दूर रखने की एक सोची-समझी रणनीति हो सकती है।

4. अध्यापकों की वित्तीय शिक्षा में कमी

अधिकांश शिक्षक खुद भी वित्तीय प्रबंधन के विशेषज्ञ नहीं होते। ऐसे में वे इसे छात्रों को कैसे सिखा सकते हैं?

5. व्यक्तिगत वित्त को पारिवारिक मामला मानना

कई माता-पिता और स्कूल प्रशासन का मानना है कि पैसे की शिक्षा घर में माता-पिता द्वारा दी जानी चाहिए, न कि स्कूल में।

इसका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

  1. आर्थिक संघर्ष: युवा पीढ़ी पैसे के सही उपयोग की जानकारी के बिना बड़ी होती है, जिससे वे ऋण, ईएमआई और कर्ज के जाल में फंस जाते हैं।
  2. गलत निवेश: बिना वित्तीय ज्ञान के लोग गलत निवेश कर देते हैं या निवेश करने से डरते हैं।
  3. खर्चीली जीवनशैली: क्रेडिट कार्ड और लोन की उपलब्धता से लोग आय से ज्यादा खर्च करने लगते हैं।
  4. रिटायरमेंट प्लानिंग की कमी: लोग बुढ़ापे के लिए पैसे बचाने में असमर्थ होते हैं, जिससे भविष्य में आर्थिक संकट खड़ा हो सकता है।

हमें पैसे के बारे में कहां से सीखना चाहिए?

ऑनलाइन कोर्स और ब्लॉगskwebmedia.com जैसे प्लेटफॉर्म पर पैसे से जुड़ी जानकारी पाएं।
बेस्टसेलर किताबें पढ़ेंRich Dad Poor Dad, The Psychology of Money जैसी किताबें फाइनेंशियल नॉलेज देती हैं।
निवेश करें और सीखें – छोटी रकम से निवेश शुरू करें और अनुभव से सीखें।
बजट बनाना सीखें – महीने का बजट बनाएं और खर्चों को ट्रैक करें।
सोशल मीडिया और यूट्यूब से सीखेंskwebmedia.com के अपडेट फॉलो करें और नई जानकारियां पाएं।

निष्कर्ष

आज के समय में वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy) बहुत जरूरी हो गई है। अगर हमें स्कूल में पैसे के बारे में नहीं सिखाया जाता, तो हमें खुद ही इसकी जानकारी लेनी होगी। यह ज्ञान जितनी जल्दी हासिल करेंगे, उतना ही आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगे।

अधिक जानकारी के लिए skwebmedia.com पर विजिट करें और फाइनेंशियल लर्निंग से जुड़े अपडेट्स पाएं।

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