अप्रैल-मई में राजस्व, वाहन पंजीकरण और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में भारी उछाल
लखनऊ, 8 जून: उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने वित्त वर्ष 2025-26 के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में शानदार प्रदर्शन करते हुए कई नए रिकॉर्ड बनाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए सुधारों और डिजिटल पहलों का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है।
प्रमुख उपलब्धियां:
1. राजस्व संग्रह में 13% का उछाल
– इस साल अप्रैल-मई में 2,083.63 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया गया
– पिछले साल की समान अवधि (1,842.10 करोड़) की तुलना में 241.53 करोड़ रुपये यानी 13.11% की वृद्धि
– सिर्फ मई महीने में ही 1,040.48 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई
2. गैर-व्यावसायिक वाहनों की भरमार
– मई 2025 में 3,62,134 नए गैर-व्यावसायिक वाहन पंजीकृत हुए
– पिछले साल के मुकाबले 69,803 यानी 23.88% ज्यादा
– दोपहिया वाहनों में 26.93% की भारी वृद्धि दर्ज की गई
3. व्यावसायिक वाहनों में भी तेजी
– इस साल मई में 40,311 व्यावसायिक वाहन पंजीकृत हुए
– पिछले साल से 9.88% की बढ़ोतरी
– ई-कार्ट पंजीकरण में 65.14% का उछाल
4. इलेक्ट्रिक वाहनों में क्रांति
– अप्रैल-मई में 50,626 नए इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हुए
– पिछले साल की तुलना में 35% की वृद्धि
– इलेक्ट्रिक कारों का पंजीकरण 3,664 तक पहुंचा
5. डिजिटल पहलों ने बढ़ाई रफ्तार
– 90% से ज्यादा भुगतान ऑनलाइन मोड से हुए
– ड्राइविंग लाइसेंस से 29.49 करोड़ रुपये की आमदनी
आगे की राह:
वर्तमान रुझान को देखते हुए अनुमान है कि:
– इस साल 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व जुटाया जा सकता है
– 3.5-4 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हो सकते हैं
– प्रदेश में कुल वाहनों की संख्या 5.35 करोड़ को पार कर सकती है
ब्रजेश नारायण सिंह
परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश
रिपोर्ट: राजनीकांत शास्त्री
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने 2025-26 की शुरुआत में बनाया नया रिकॉर्ड
