प्रतापगढ़ के मांधाता थाना क्षेत्र के पितईपुर गांव में एक 16 वर्षीय छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जब उसे स्कूल प्रशासन ने बकाया फीस न चुकाने पर परीक्षा देने से रोक दिया।
स्कूल में बेइज्जत किया, घर लौटते ही उठाया दिल दहला देने वाला कदम
रिया प्रजापति, जो कमला शरण यादव इंटर कॉलेज में 9वीं कक्षा की छात्रा थी, बुधवार सुबह 8:30 बजे परीक्षा देने स्कूल पहुंची। लेकिन बकाया ₹800 फीस न भरने के कारण, विद्यालय प्रशासन ने उसे परीक्षा हॉल में बैठने से रोक दिया।
विद्यालय प्रबंधक संतोष कुमार यादव, प्रधानाचार्य राजकुमार यादव, बड़े बाबू दीपक सरोज, एक शिक्षक और चपरासी धनीराम ने छात्रा को सबके सामने बेइज्जत किया और कहा—“पहले फीस भरो, फिर परीक्षा दो!”
घर पहुंचते ही खुद को कमरे में किया बंद, मां के देखते ही देखते बुझ गई जिंदगी
अपमानित और निराश रिया रोते हुए घर पहुंची और सीधे अपने कमरे में चली गई। कुछ देर बाद जब उसकी मां पूनम देवी कमरे में गईं तो बेटी को पंखे से लटका देखा।
परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और स्कूल प्रशासन के 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली।
क्या शिक्षा के लिए पैसे जरूरी हैं?
इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या गरीब बच्चों को शिक्षा का अधिकार नहीं? क्या सिर्फ पैसे वालों को ही पढ़ने का हक है?
” इस घटना को लेकर आपकी क्या राय है? कमेंट करें, शेयर करें और इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं!”