नई दिल्ली 26 जून 2025। राजधानी दिल्ली और उससे सटे नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद व फरीदाबाद समेत पूरे एनसीआर क्षेत्र में गुरुवार सुबह से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदला नजर आया। तेज़ बादलों की गड़गड़ाहट, रुक-रुक कर हो रही बारिश और उमस भरी हवा के बीच मौसम विभाग (IMD) ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग के अनुसार, अगले 3 से 5 दिनों तक दिल्ली-NCR में गर्जना के साथ तेज बारिश, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है। इससे आम जनजीवन पर असर पड़ने की पूरी आशंका है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठे निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण मानसून ने अपेक्षाकृत जल्दी दिल्ली-एनसीआर में दस्तक दी है। मौसम विभाग ने बताया कि इस बार मानसून दिल्ली में 27 जून की सामान्य तिथि से एक दिन पहले यानी 26 जून को ही पहुंच गया है। इससे पहले बुधवार रात को कई क्षेत्रों में तेज़ हवा के साथ हल्की बारिश देखने को मिली थी।
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट के तहत लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। दिल्ली के करोल बाग, मयूर विहार, रोहिणी, द्वारका, उत्तम नगर, नोएडा सेक्टर 62, गुरुग्राम के सुभाष चौक, सोहना रोड और गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन समेत कई क्षेत्रों में सुबह से ही रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे कई जगह जलभराव की स्थिति बनी और ट्रैफिक की रफ्तार भी थमती नजर आई।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह शुरुआती मानसून की बारिश है और इससे अगले कुछ दिनों में तापमान में मामूली गिरावट तो आएगी, लेकिन नमी की अधिकता के कारण उमस बनी रहेगी। गुरुवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।
इस मौसम में बिजली गिरने की घटनाएं भी सामान्य से अधिक होती हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे खुले मैदानों, ऊंचे पेड़ों के नीचे, पानी भरे इलाकों में खड़े न हों और मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से बारिश के दौरान दूरी बनाए रखें। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में काम करने वाले किसानों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बारिश का सबसे अधिक प्रभाव ट्रैफिक व्यवस्था पर देखने को मिला। द्वारका, मथुरा रोड, लक्ष्मी नगर, नोएडा लिंक रोड, एनएच-24 और पालम इलाके में सुबह ऑफिस समय में भारी जाम की स्थिति बनी रही। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर जलभराव और ट्रैफिक की तस्वीरें साझा कीं। कुछ स्कूलों ने विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए छुट्टी की घोषणा भी कर दी।
विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली में मॉनसून की यह शुरुआती बारिश कृषि के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। खासकर धान की बुवाई, मक्का और अन्य खरीफ फसलों के लिए यह पानी अमृत के समान है। लेकिन यदि यह बारिश निरंतर तेज बनी रहती है तो जलभराव और फसल सड़ने की आशंका भी बढ़ जाएगी।
वहीं, दिल्ली के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों, हरियाणा और पंजाब में भी इसी तरह का मौसम देखने को मिलेगा। कहीं-कहीं पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी और भारी बारिश की संभावना के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है।
आईएमडी के नॉर्थ इंडिया चीफ डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, “दिल्ली-NCR में मॉनसून ने समय से पहले दस्तक दी है। अगले कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। बिजली, तेज हवाएं और भारी बारिश की संभावना है, लोगों को सतर्क रहने की ज़रूरत है।”
इसी के साथ विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी, जिससे तापमान में कमी तो आएगी लेकिन उमस बनी रहेगी। स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को वायरल, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए साफ-सफाई रखने की सलाह दी है।
क्या करें, क्या न करें – IMD की गाइडलाइन
बारिश के समय छाता और रेनकोट साथ रखें
बिजली चमकने के दौरान खुले स्थानों पर खड़े न हों
जलभराव वाले इलाकों में वाहन सावधानी से चलाएं
बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर ही रखें
अनावश्यक यात्रा से बचें
कुल मिलाकर, मानसून ने दिल्ली और एनसीआर में दस्तक देकर एक ओर जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर की पोल भी खोल दी है। जलभराव, ट्रैफिक जाम, बिजली कटौती और बीमारियों के खतरे ने लोगों को सावधान रहने का संदेश दे दिया है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक, आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि जनता पूरी तरह सतर्क रहे और प्रशासन समय पर सभी जरूरी कदम उठाए।
रिपोर्टर- रजनीकांत शास्त्री