शक्कर (चीनी) से होने वाले नुकसान: दोस्तों चीनी यानी शक्कर जिसे पूरे देश का व्यक्ति प्रतिदिन प्रयोग करता है। चाहे वह छोटे वर्ग का हो या निम्न वर्ग का या फिर बड़े वर्ग का ही क्यों ना हो। चीनी उपयोग करने की प्रक्रिया कई वर्षों से हमारे देश तथा विश्व में चली आ रही है। लेकिन आप सभी को यह पता नहीं है कि आखिर यह चीनी यानी शक्कर जो हमें जितना खाने में मीठी लगती है, उतना ही हमारे लिए मीठे जहर के समान होती है।
अर्थात हम कह सकते हैं, कि चीनी को एक सफेद जहर के समान माना जाता है। लेकिन लोग इसको अपने दिमाग से निकाल देते हैं। तथा इसकी मिठास के आगे सब भूल जाते हैं, कि यह एक सफेद जहर भी है। तो चलिए हम आपको इसके बारे में बताते हैं। थोड़ा विस्तार देखिए चीनी/ शक्कर जो कि गन्ने के रस को उच्च तापमान पर पका करके तथा उस पर रासायनिक प्रक्रिया करके बनाई जाती है। जिसके पश्चात हमें चीनी/ शक्कर की प्राप्ति होती है। जो कि एक सफेद जहर के समान है।
चीनी मिठास के अलावा कोई ऐसा पोषक तत्व नहीं प्रदान करती है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। अर्थात हम कह सकते हैं, कि चीनी में किसी भी प्रकार का कोई पोषक तत्व नहीं होता है जो कि हमारे शरीर के लिए उपयोगी हो, जैसे-पोटेशियम ,कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन इत्यादि। जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं । सिर्फ यह एक प्रकार से मीठे जहर का काम करती है।
इसके अलावा यदि हम बात करें तो चीनी में ना ही कोई प्रोटीन, विटामिन जैसे – A,B,C,D, B1, B 12 तथा मिनरल्स होते हैं। जो कि हमारे शरीर के लिए उपयोगी होता है तथा इसके अलावा इसकी मिठास भी हमारे शरीर के लिए सिर्फ संतोषजनक ही होती है ना ही कि उससे हमको किसी प्रकार का कोई लाभ मिलता है।
चीनी हमारे लिए नुकसानदायक क्यों होती है, क्योंकि इसकी रासायनिक प्रक्रिया में इतने केमिकल प्रयोग किए जाते हैं। जो कि हमें और हमारे शरीर को नुकसान प्रदान करते हैं, तो चलिए हम देखते हैं चीनी बनाने की रासायनिक प्रक्रिया क्या होती है।
चीनी को बनाने के लिए सबसे पहले गन्ने के रस को निकाला जाता है । तथा उसमें से महलिया कचरा निकाल कर उसको सेंट्रीफ्यूज किया जाता है । सेंट्रीफ्यूज करने के बाद साफ किए गए रस में सल्फर डाइऑक्साइड , फास्फोरिक एसिड मिलाकर उसको रिफाइंड किया जाता है । इसको सफेद बनाने के लिए जानवरों की हड्डियों से बने कोयले का प्रयोग किया जाता है। जिससे कि यह हमें साफ दिखाई देता है ।
जब यह रासायनिक प्रक्रियाएं की जाती है , तो गन्ने के रस से सारे मिनरल्स और विटामिंस निकल जाते हैं । जिससे यह हमारे लिए किसी काम की नहीं रह जाती है। और सिर्फ एक प्रकार से हमारे लिए नुकसानदायक ही होती है।
चीनी से होने वाले नुकसान
चीनी से हमें कई प्रकार के नुकसान होते हैं , लेकिन लोग उसको अनदेखा करते हैं। तो चीनी से नुकसान होने वाले नुकसान कुछ इस प्रकार हैं।
1- जब हम लोग चीनी खाते हैं तो शरीर में जिस प्रकार से अन्य तत्वों का पाचन होता है ,उसी प्रकार से चीनी का भी पाचन होता है। और चीनी अपने पाचन के लिए हमारी हड्डियों और मांसपेशियों में से मैग्नीशियम, सोडियम, पोटेशियम आदि को निकाल कर खींच लेती है।
2- चीनी अधिक खाने से खाने से ओस्टियोपोरोसिस, दांत दर्द तथा जोड़ों का दर्द होता है।
3- चीनी हमारे खून को गाढ़ा और चिपचिपा बनाती है। इस कारण से हमारे शरीर के कुछ नसों में ब्लड नहीं पहुंच पाता है।
4-चीनी का अधिक प्रयोग करने से हमारे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है ,जिससे हमारे शरीर में की कोशिकाओं में प्रोटीन चिपक जाता है। तथा इससे कोशिकाओं की क्रिया बिगड़ जाती है।
5- चीनी का अधिक प्रयोग करने से हमें किडनी तथा नेत्र रोग होने की संभावनाएं अधिक होती है।
6- चीनी का प्रयोग करने से हमारी कोशिकाएं मृत हो जाती है। और उसका डीएनए और आरएनए का रूपांतरण यूरिन में नहीं हो पाता है।
7- चीनी का उपयोग करने से हमारे मूत्र में यूरिक एसिड तथा नाइट्रिक एसिड बढ़ता है या घटता रहता है जिसके कारण नालियों में स्मूथ मस्कुलस सेल सूख जाता है संकुचित होता है परिणाम स्वरूप ब्लड का दबाव होता है और किडनी फैल जाती है।
8- चीनी का प्रयोग करने से हमारे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है यूरिक एसिड बढ़ने के कारण हमें ह्रदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, अधिक वजन बढ़ना तथा किडनी की बीमारी इत्यादि हो जाती है।
9- चीनी का प्रयोग विटामिन बी कांपलेक्स के संश्लेषण को कम करती है।तथा इससे हमें मधुमेह की बीमारी भी होती है यानी डायबिटीज इसके परिणाम स्वरूप इन्सुलिंस बनने की मात्रा कम हो जाती है और ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है इस प्रकार से हमें डायबिटीज का रोग हो जाता है।
10- चीनी का अधिक प्रयोग करने पर चीनी सभी प्रकार के मिनरल्स और मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ देती है जिससे वजन बढ़ता है कोलेस्ट्रोल तथा चिंता या तनाव बढ़ता है।
लाभदायक है प्राकृतिक शर्करा जिसको रो शुगर या पीली शुगर कहा जाता है
1-शुगर या प्राकृतिक शुगर जिसमें प्राकृतिक मिठास होती है।
2-यह शुगर या शर्करा बिना किसी जहरीले रसायनों की विधि द्वारा बनाई जाती है। इसमें मिठास और शर्करा के पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो पीली चीनी के अंतर्गत होते हैं।
3-सामान्य चीनी की तुलना में पीली सीधी में सूक्ष्म पोषक तत्व की मात्रा कई गुना अधिक होती है।
4-यदि हम पीली चीनी का नियमित प्रयोग करें सामान्य चीनी की तुलना में तो हम कई सारी गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। पीली चीनी में सभी प्रकार के न्यूट्रीशन, विटामिंस और प्रोटीन से भरपूर मात्र में पाए जाते हैं।
Conclusion
दोस्तों आज हमने आप सभी को चीनी के बारे में गहराई से बताया है। क्योंकि लोग इसकी मिठास के आगे इसके नुकसान को भूल जाते हैं, तो जैसा कि मैंने आपको बताया है। आप सभी इस जानकारी को अन्य लोगों तक पर फैलाए तथा उन्हें चीनी से होने वाली बीमारियों से बचाएं तथा उन्हें सुझाव दें कि सामान्य चीनी की तुलना में पीली चीनी का प्रयोग करना प्रारंभ करें । और हमेशा स्वस्थ्य रहें।
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