Covid-19 : जैसा कि आप सभी को पता है, की कोविड-19 के संक्रमण के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। इसी बीच कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी निजी तथा सरकारी अस्पतालों तथा फ्रंट लाइन वर्कर्स को सतर्क रहने के दिशा निर्देश दिए है। सरकार के प्रवक्ता का कहना है, कि प्रदेश के जिन जिलों में अधिक संख्या में संक्रमित मामले मिल रहे है,
वहां पर सघन जांच की जाएगी तथा इसके साथ जो संक्रमित व्यक्ति है उनके सेम्पल की जीनोम सीक्वेंसिंग के भी निर्देश दिए है। आप सभी को बताना चाहते है, की लखनऊ, कानपूर, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, प्रयागराज, गोरखपुर तथा वाराणसी ये सभी ऐसे जिले है, जिन्हें कोविड-19 महामारी के लिहाज से ज्यादा सवेदनशील माना जाता है। क्यों की इन जिलों में ज्यादा आबादी और भीड़ के कारण संक्रमण के बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है।
What is Genome Sequencing – जीनोम सिक्वेसिंग क्या होती है?
जीनोम सिक्वेसिंग हमारी शरीर की कोशिकाओं के अन्दर एक आनुवंशिक पदार्थ (Genetic Material) होता है। जिसको DNA व् RNA कहा जाता है। इन सभी पदार्थों को सामूहिक रूप से जीनोम कहा जाता है। इसमें एक जीन की तय की गई जगह और दो जीन के मध्य की दूरी और उसके आंतरिक हिस्सों के व्यवहार और उसकी दूरी को समझने के लिए कई प्रकार से जीनोम मैपिंग (Genome Mapping) या जीनोम सिक्वेंसिंग की जाती है। इसके जेनेटिक मटेरियल का अध्ययन करके के यह पता किया जाता है कि इसके अंदर किस तरह केबदलाव हुए हैं। तथा यह पुराने कोरोना वायरस से कितना भिन्न है। अर्थात इसी को जीनोम सिक्वेंसिंग कहा जाता है।
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