Cholesterol Control Tips : आजकल की जीवनशैली में विश्व में कई लोग कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं।
इस लेख में हम आपको बतायेंगे की कोलेस्ट्रॉल को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण अन्य जानकारियां ।
कोलेस्ट्रॉल के प्रकार
कोलेस्ट्रोल मुख्यतः दो प्रकार के होते है ।
गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL)
गुड कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है , इसे हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन ( HDL) कहा जाता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL)
बैड कोलेस्ट्रॉल हार्ट के आर्टरीज पर जाकर जम जाता है, जिससे हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के दुष्प्रभाव
हमारे शरीर में सेल्स के बनने से लेकर, विटामिन और हार्मोनल बदलाव की प्रक्रिया में कोलेस्ट्रॉल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
खराब जीवनशैली से हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जिससे हार्ट कि बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल से बचाव के लिए उपाय ( Cholesterol Control Tips )
दलिया का सेवन
कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए हमें दलिया का सेवन करना चाहिए क्योंकि दलिया में फाइबर और एलडीएल होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को
कंट्रोल करता है। दलिया के अलावा साबुत अनाज या अंकुरित अनाज, सेब और गन्ना में भी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है ।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 सैल्मन, टूना मछली. सर्दियों में बीज वाले फल जैसे चिया के बीज, रागी, अलसी के बीज, ज्वार, बाजरे में पाया जाता है,
जो गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है। जिससे हमें हार्ट कि बीमारी का खतरा कम होता है ।
ड्राइफ्रूट्स का सेवन
ड्राइफ्रूट्स में हमें मुख्यतः अखरोट का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमे भरपूर मात्रा में मल्टीविटामिन और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं ।
अखरोट में गुड कोलेस्ट्रॉल होता है, जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
सामान्य प्रश्न :
क्या कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए रोज़ाना दलिया खाना चाहिए?
किन चीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं?
ड्राइफ्रूट्स के अलावा गुड कोलेस्ट्रॉल और क्या हो सकता है ?
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