29 जून 2025 रविवार चार धाम यात्रा 2025
प्रशासन का बड़ा फैसला: यात्रियों की सुरक्षा के लिए चार धाम यात्रा रोकी गई
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश और मौसम विभाग की ‘रेड अलर्ट’ चेतावनी के चलते चार धाम यात्रा को 24 घंटे के लिए अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। प्रशासन ने यह निर्णय यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया है।
उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी में तेज बारिश के चलते भूस्खलन और सड़क धंसने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर संकट मंडराने लगा।
मौसम विभाग की चेतावनी: 48 घंटे और रह सकते हैं संवेदनशील
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आगामी 48 घंटों तक उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी से अति भारी वर्षा, बिजली गिरने और बादल फटने जैसी स्थितियां बनी रहेंगी।
विशेषकर केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री मार्गों पर अलर्ट जारी किया गया है।
बादल फटने से मची तबाही – बालिगढ़ में लापता हुए मजदूर
बरकोट यमुनोत्री मार्ग के पास बालिगढ़ क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई है। एक निर्माणाधीन होटल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और 8 से 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं।
एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
मुख्य रास्ते और आवाजाही पर प्रतिबंध
चार धाम यात्रा के जिन प्रमुख मार्गों को अस्थायी रूप से बंद किया गया है, उनमें शामिल हैं:
गुप्तकाशी से केदारनाथ ट्रैक
जोशीमठ से बद्रीनाथ हाईवे
उत्तरकाशी से यमुनोत्री और गंगोत्री रोड
हज़ारों यात्रियों को इन मार्गों पर रोका गया है और उन्हें निकटवर्ती धर्मशालाओं और राहत शिविरों में ठहराया गया है।
प्रशासन की अपील: अफवाहों से बचें, सुरक्षित स्थानों पर रहें
उत्तराखंड पुलिस ने तीर्थयात्रियों को सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए यह संदेश जारी किया है:
“कृपया यात्रा न करें जब तक मौसम सामान्य न हो जाए। प्रशासन आपकी सेवा में पूरी तत्परता से कार्यरत है।”
यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर:
0135‑1364 (Tourist Helpdesk)
1070 / 112 (आपदा नियंत्रण कक्ष)
यात्रियों के लिए ज़रूरी दिशा-निर्देश
भारी बारिश के दौरान किसी भी असुरक्षित स्थान पर न रुकें।
पहाड़ी क्षेत्र में यात्रा से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।
उत्तराखंड पर्यटन विभाग और प्रशासन की वेबसाइट पर अपडेट चेक करते रहें।
उत्तराखंड पर्यटन की आधिकारिक साइट
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति वेबसाइट
सरकार की स्थिति पर नजर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा पर पल‑पल की रिपोर्ट मांगी है।
“यात्रियों की सुरक्षा से बड़ा कोई धर्म नहीं। हर स्तर पर निगरानी रखी जा रही है। जरूरत पड़ी तो यात्रा की अवधि और बढ़ाई जा सकती है।”
सुरक्षा पहले, श्रद्धा बाद में
चार धाम यात्रा हिंदू आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है, लेकिन प्रकृति के सामने सजगता जरूरी है।
सरकार, प्रशासन और राहत एजेंसियां एकजुट होकर स्थिति को नियंत्रित करने में लगी हैं। श्रद्धालुओं से निवेदन है कि वे संयम रखें और सुरक्षित रहें।
रिपोर्टर : रजनीकांत शास्त्री