21 जून 2025 श्रावस्ती।
जिले की कानून व्यवस्था को झकझोर देने वाला मामला शुक्रवार को सामने आया, जब पुलिस और एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त कार्रवाई में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मिशन मोदी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष आकाश नाग को 40 लाख रुपये की स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी न सिर्फ जिले में बल्कि प्रदेश स्तर पर भी राजनीति और सुरक्षा एजेंसियों में हलचल पैदा कर गई है।
राजनीतिक रसूख की आड़ में नशे का कारोबार
पुलिस के अनुसार, आरोपी आकाश नाग की कार पर ‘BJP जिलाध्यक्ष’ का बोर्ड साफ नजर आ रहा था, जिससे वह अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर नशीले पदार्थों की तस्करी करता था। आकाश मेडिकल एजेंसी के नाम पर पूरे जिले में स्मैक और अन्य नशीली दवाओं की आपूर्ति कर रहा था। सूत्रों की मानें तो उसका नेटवर्क आसपास के जिलों तक फैला हुआ था।
SOG और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
इस कार्रवाई में SOG टीम के साथ श्रावस्ती पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त छापेमारी की। छानबीन के दौरान आकाश नाग की गाड़ी से भारी मात्रा में स्मैक बरामद की गई, जिसकी अनुमानित कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 40 लाख रुपये बताई जा रही है। मौके पर ही आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद खुलासों की लंबी फेहरिस्त
पुलिस अधीक्षक ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पूछताछ के दौरान आकाश नाग के कई और सहयोगियों के नाम सामने आए हैं। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि मेडिकल स्टोर की आड़ में वह लंबे समय से नशीली दवाओं की सप्लाई करता रहा है।
पुलिस अधीक्षक का बयान:
“यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि नशा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का सिरा है। हम इससे जुड़े हर व्यक्ति को पकड़ने के लिए विशेष जांच दल गठित कर रहे हैं।”
भाजपा की प्रतिक्रिया – संगठन से दूरी बनाते हुए जांच की मांग
इस गिरफ्तारी पर भाजपा के स्थानीय और जिला स्तर के पदाधिकारियों ने खुद को आरोपी से अलग बताया है। पार्टी प्रवक्ताओं ने स्पष्ट किया है कि आकाश नाग का संगठन से कोई आधिकारिक संबंध नहीं है और यदि उसने संगठन का नाम या पद का दुरुपयोग किया है, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
राजनीति और अपराध का खतरनाक गठजोड़?
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह मामला राजनीतिक पहचान के सहारे तस्करी जैसे गंभीर अपराधों को छुपाने की कोशिश का उदाहरण हो सकता है। एक ओर जहां सरकार युवाओं को नशे से दूर रखने की दिशा में अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी से जुड़ा व्यक्ति ऐसे मामलों में शामिल पाया जाना निंदनीय है।
जांच में शामिल बिंदु:
मेडिकल एजेंसी से जुड़ा दस्तावेजी साक्ष्य
मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR)
बैंक लेन-देन और संदिग्ध खातों की पड़ताल
सप्लाई चेन में शामिल अन्य लोगों की पहचान
भविष्य की कार्रवाई
पुलिस ने आकाश नाग को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और NDPS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही इस केस को लेकर एन्टी-नारकोटिक्स टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है, ताकि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर फैले नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।
Reporter- Rajnikant Shastri