14 जून 2025। लखनऊ, उत्तर प्रदेश में व्यापार और उद्योग स्थापित करना अब पहले से कहीं अधिक सरल, पारदर्शी और तेज हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा की गई नीतिगत सुधारों के चलते प्रदेश आज “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” के नए आयाम स्थापित कर रहा है।
ऑटो मोड प्रणाली से अब एक ही दिन में पंजीकरण
‘दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम, 1962’ में किए गए बदलावों के तहत अब ऑटो मोड प्रणाली लागू की गई है, जिससे व्यापारी बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के मात्र एक दिन में अपना पंजीकरण पूरा कर सकते हैं।
अब न कोई नवीनीकरण की जरूरत,
न कर्मचारियों के बिना पंजीकरण की बाध्यता,
और न ही कार्यालयों के चक्कर।
यह व्यवस्था छोटे व्यापारियों और स्वरोजगार करने वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो रही है।
आईटी कंपनियों को 24×7 संचालन की छूट
योगी सरकार ने आईटी और स्टार्टअप सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में कंपनियों को 24×7 संचालन की अनुमति दे दी है। इससे बीपीओ, सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स को बड़ी राहत मिली है।
महिलाओं को रात्रिकालीन शिफ्ट में काम की अनुमति
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए अब महिलाएं भी रात की शिफ्ट में काम कर सकती हैं, बशर्ते कंपनी द्वारा सुरक्षा और परिवहन सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। इससे महिलाओं की आर्थिक भागीदारी और स्वतंत्रता को बल मिलेगा।
राजस्व और पंजीकरण में रिकॉर्ड वृद्धि
वित्तीय वर्ष पंजीकृत इकाइयाँ प्राप्त राजस्व (₹ लाख में)
2022-23 27,014 ₹1856.42
2023-24 44,091 ₹3496.94
2024-25* 45,551 (अब तक) ₹3770.50
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि योगी मॉडल से न केवल व्यापारिक गति को बल मिला है, बल्कि राज्य के राजस्व में भी दोगुनी वृद्धि दर्ज की गई है।
व्यापारियों को मिल रही सुरक्षा, सरलता और सुविधा
छोटे व्यापारियों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाकर सरकार ने उनके भरोसे को मजबूत किया है। अब यूपी में व्यापार शुरू करना आसान, तेज और पारदर्शी हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल व्यापारियों का पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है, बल्कि राष्ट्रीय आर्थिक परिदृश्य पर भी एक मजबूत और स्थायी पहचान बना रहा है।
रिपोर्ट: रजनीकांत शास्त्री