11 जून 2025। नोएडा/हरियाणा: सोचिए, जिस बच्चे को मां-बाप ने 10 साल पहले खो दिया था और उम्मीद तक छोड़ दी थी, अगर वो अचानक किसी थाने में जिंदा मिल जाए तो कैसा लगेगा? ऐसा ही चौंकाने वाला और भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है।
करीब 15 दिन पहले हरियाणा में एक बच्चे के किडनैप होने की सूचना पुलिस को मिली थी। जांच में जुटी पुलिस ने किडनैपर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने एक और बच्चे के होने की बात कबूली – और बताया कि इस बच्चे को साल 2015 में नोएडा से अगवा किया गया था।
जब पुलिस ने उस बच्चे से जानकारी ली, तो उसने न तो अपना असली नाम याद किया और न ही अपने गांव का नाम बता सका। इससे केस और उलझ गया।
नोएडा पुलिस की बारीकी से जांच
हरियाणा पुलिस ने नोएडा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद नोएडा पुलिस ने बीते 10 वर्षों के गुमशुदा बच्चों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया। एक-एक केस को गहराई से स्टडी किया गया। इसी दौरान पुलिस को एक पुरानी एफआईआर की कॉपी मिली, जो उसी लड़के से मेल खा रही थी।
लेकिन उस एफआईआर में माता-पिता का नहीं, बल्कि एक परिचित का मोबाइल नंबर दर्ज था। पुलिस ने उस नंबर पर संपर्क किया, और उस व्यक्ति ने बच्चे के असली माता-पिता को सूचना दी।
10 साल बाद मिला जिगर का टुकड़ा
जब माता-पिता नोएडा थाने पहुंचे और अपने बेटे को देखा, तो उनकी आंखें भर आईं। उन्होंने एक नजर में उसे पहचान लिया। बेटे को गले से लगाकर मां-बाप फूट-फूटकर रोने लगे। यह पल थाने में मौजूद हर शख्स को भावुक कर गया।
पुलिस का सराहनीय प्रयास
इस पूरे मामले में नोएडा और हरियाणा पुलिस की संवेदनशीलता और कड़ी मेहनत की सराहना की जा रही है। एक दशक पुराने केस को फिर से खोलकर एक परिवार को उनका खोया हुआ बेटा मिल गया।
रिपोर्ट: रजनीकांत शास्त्री
10 साल पहले नोएडा से लापता बच्चा हरियाणा में मिला, एक किडनैपिंग ने खोल दी पुरानी गुमशुदगी की गुत्थी
