21 जून 2025
स्थान – मुज़फ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
जहाँ एक ओर दुनियाभर में देशों के बीच तनाव और संभावित युद्ध की सुगबुगाहटें सुनाई दे रही हैं, वहीं भारत में एक और तरह का युद्ध चल रहा है – यह युद्ध किसी सीमा पर नहीं लड़ा जा रहा, यह युद्ध घरों की चारदीवारी के अंदर पति-पत्नी, रिश्तों, प्रेम और लालच के बीच लड़ा जा रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर से सामने आया है जहाँ एक मां ने प्रेमी संग मिलकर अपने ही मासूम बच्चों को जहर देकर मार डाला।
यह कहानी सिर्फ एक हत्या की नहीं है, यह उस सामाजिक विघटन की कहानी है जो आधुनिक रिश्तों, आत्मकेंद्रित प्रेम और नैतिक पतन की देन बनती जा रही है। यह कहानी उस महिला की है जिसे मां कहे जाने का अधिकार भी शायद खो देना चाहिए।
वसीम मुज़फ्फरनगर का रहने वाला है, जो आजीविका के लिए चंडीगढ़ में वेल्डिंग का काम करता है। उसकी पत्नी मुस्कान अपने दो छोटे बच्चों – एक 5 साल के बेटे और एक साल की बेटी – के साथ मुज़फ्फरनगर में ही रहती थी। समाज की नजरों में यह एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार था, लेकिन परदे के पीछे एक गहरी और खतरनाक कहानी पनप रही थी।
मामले की शुरुआत: वसीम और मुस्कान की शादीशुदा जिंदगी
पति की गैरमौजूदगी में मुस्कान की जिंदगी में कोई और दस्तक दे चुका था – नाम था जुनैद। शुरुआत में यह एक सामान्य जान-पहचान से आगे बढ़ते हुए प्रेम-संबंध में बदल गया। धीरे-धीरे यह रिश्ता दो साल की गहराई तक उतर गया, जहाँ मुस्कान और जुनैद ने भविष्य के सपने बुनने शुरू कर दिए।
प्रेम और लालच का घातक मेल
मुस्कान और जुनैद दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन एक बहुत बड़ी अड़चन थी – मुस्कान के दो छोटे बच्चे। जुनैद साफ तौर पर मुस्कान से कह चुका था कि वह उसके बच्चों को अपनाने या उनका खर्च उठाने को तैयार नहीं है। यहीं से इस कहानी ने एक भयावह मोड़ ले लिया।
मुस्कान ने तय किया कि अगर जुनैद को पाना है तो बच्चों को रास्ते से हटाना होगा। ये बच्चे अब उसकी आंखों की किरकिरी बन चुके थे। जहां दुनिया की कोई भी मां अपने बच्चे के लिए अपनी जान देने को तैयार रहती है, वहां मुस्कान ने अपनी मां की ममता को प्रेम के सामने नष्ट कर डाला।
प्लानिंग: रसगुल्ले में ज़हर
कहानी किसी फिल्म जैसी लगती है, लेकिन यह हकीकत है। मुस्कान और जुनैद ने मिलकर एक प्लान बनाया – बच्चों को मार देने का।
इस क्रूर योजना के तहत जुनैद ज़हर लेकर आया और वह ज़हर रसगुल्लों में मिला दिया गया।
बाद में वही ज़हरीले रसगुल्ले मुस्कान ने अपने दोनों बच्चों को बड़े प्यार से खिलाए।
बच्चों को क्या पता था कि जिस मां की गोद उन्हें सबसे सुरक्षित लगती है, वही गोद उनके जीवन की अंतिम शरणस्थली बनने वाली है।
रसगुल्ले खाते ही दोनों बच्चों की हालत बिगड़ गई और थोड़ी ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया।
ड्रामा: रोने-पीटने का दिखावा
बच्चों के मरने के बाद मुस्कान दहाड़े मार-मारकर रोने लगी। पड़ोसियों को लगा कि शायद कोई बीमारी या खाने में गड़बड़ी हो गई है। पूरे मोहल्ले में मातम छा गया।
लेकिन पुलिस को बच्चों की मौत संदिग्ध लगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का जब इंतजार हुआ, तब तक मुस्कान ने अपने पति वसीम को फोन कर बच्चों की अचानक मौत की सूचना दी। वसीम चंडीगढ़ से भागकर आया, तो उसे विश्वास नहीं हुआ कि उसके बच्चे अब इस दुनिया में नहीं हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो गई। रिपोर्ट में बताया गया कि बच्चों की मौत ज़हर के सेवन से हुई है।
जब पुलिस ने मुस्कान से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने धीरे-धीरे सब कुछ उगल दिया।
उसने बताया कि कैसे उसने जुनैद के कहने पर बच्चों को ज़हर देकर मारा, क्योंकि जुनैद उन बच्चों को अपने भविष्य में नहीं देखना चाहता था।
मां होने का मतलब खो चुकी थी मुस्कान
सबसे दिल दहला देने वाली बात यह थी कि जब पुलिस ने मुस्कान से पूछा – “क्या तुम्हें अपने बच्चों की हत्या करने का पछतावा है?”
मुस्कान ने नज़रें झुका कर सिर्फ यही कहा –
“मैं मजबूर थी, मैं जुनैद के बिना नहीं रह सकती थी।”
उसके चेहरे पर अपराधबोध की एक भी झलक नहीं थी, मानो उसे गर्व हो कि उसने अपने प्रेम के लिए बलिदान दिया हो।
समाज का आईना: आधुनिक रिश्तों की दरकती परिभाषाएं
यह सिर्फ एक अपराध नहीं है, यह एक सामाजिक चेतावनी है।
आज जब तकनीक ने लोगों को जोड़ने के हजारों साधन दिए हैं, तो रिश्तों में विश्वास और समर्पण की कमी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
पति-पत्नी के रिश्ते में संवाद की कमी, एकल जीवनशैली, और भावनात्मक असंतुलन अक्सर ऐसे खतरनाक मोड़ पर ले जाते हैं जहाँ इंसान अपनी इंसानियत खो बैठता है।
मुस्कान की गिरफ्तारी और जुनैद की तलाश
मुस्कान को पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अब पुलिस जुनैद की तलाश में जुट गई है, जो घटना के बाद से फरार है।
जांच में यह भी सामने आया है कि जुनैद पहले से ही अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसके खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज हैं।
वसीम की टूट चुकी दुनिया
इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा अगर कोई टूटा है, तो वह है वसीम।
उसने अपने बच्चों को खो दिया, पत्नी को जेल में और विश्वास को जीवन भर के लिए।
उसने कहा –
“मुझे आज भी यकीन नहीं होता कि मुस्कान ऐसा कर सकती है। मैंने उसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाया, और उसने मेरी ही जिंदगी उजाड़ दी।”
समाप्ति नहीं, चेतावनी
यह घटना सिर्फ एक न्यूज रिपोर्ट नहीं है, यह हर उस व्यक्ति के लिए चेतावनी है जो रिश्तों की अहमियत को हल्के में लेता है।
मां का दर्जा भगवान के समान माना गया है – लेकिन जब ममता ही स्वार्थ के आगे झुक जाए, तब समाज का भविष्य क्या होगा?
पुलिस की अपील
पुलिस ने समाज से अपील की है कि ऐसे मामलों में चुप न बैठें। अगर आपको किसी महिला या पुरुष के व्यवहार में असामान्य बदलाव दिखे, बच्चों के प्रति लापरवाही हो, या अवैध संबंधों की जानकारी हो, तो उसे नजरअंदाज न करें।
समाज को संभालने का समय
हमारे समाज को रिश्तों की मर्यादा, नैतिक मूल्यों और परिवार के प्रति जिम्मेदारी को फिर से मजबूत करने की जरूरत है।
एक मां का अपने ही बच्चों को मार देना कोई साधारण अपराध नहीं, यह सामाजिक गिरावट की सबसे निचली सीमा है।
मुख्य बिंदु :
स्थान: मुज़फ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
मुख्य आरोपी: मुस्कान (मां)
साझी साजिशकर्ता: प्रेमी जुनैद
मृतक: 5 साल का बेटा और 1 साल की बेटी
हत्या का तरीका: रसगुल्ले में ज़हर मिलाकर
मकसद: प्रेमी से शादी, बच्चों को हटाना
वर्तमान स्थिति: मुस्कान गिरफ्तार, जुनैद फरार
प्रभावित परिवार: पति वसीम – चंडीगढ़ में वेल्डिंग का काम करता है
Reporter- Rajnikant Shastri