14 जून 2025 : प्राचार्य और सीएमएस की निष्क्रियता से सवालों के घेरे में सरकारी स्वास्थ्य तंत्र
प्रतापगढ़: जनपद के मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं। यहां अस्पताल परिसर में दलालों का बोलबाला इस कदर बढ़ गया है कि दूर-दराज से आने वाले मरीज इनके जाल में फंस कर सरकारी इलाज छोड़ निजी क्लीनिकों की ओर धकेले जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह पूरा खेल कुछ डॉक्टरों की मिलीभगत से चल रहा है। खासतौर पर जनरल सर्जरी विभाग में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विपिन पांडेय पर गंभीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. पांडेय मरीजों से ऑपरेशन, दवा, ड्रेसिंग और टांके कटवाने के नाम पर अवैध रूप से पैसे वसूलते हैं। इसके लिए वे अपने दलालों के माध्यम से मरीजों को अपने निजी नर्सिंग होम बुलाते हैं, जो कि मेडिकल कॉलेज के सामने ही स्थित है।
इस तरह की गतिविधियां जहां एक ओर गरीब और जरूरतमंद मरीजों का शोषण कर रही हैं, वहीं सरकारी अस्पतालों की छवि भी धूमिल कर रही हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि इन सबके बावजूद कॉलेज के प्राचार्य और सीएमएस कोई सख्त कदम उठाने में असफल रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में त्वरित और सख्त जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि आम जनता का सरकारी चिकित्सा व्यवस्था से विश्वास न उठे।
रिपोर्ट: रजनीकांत शास्त्री
प्रतापगढ़ सरकारी अस्पताल में दलालों का राज, मेडिकल कॉलेज प्रशासन बेबस
